संवाददाता शमसुल कुरैशी की ख़ास रिपोर्ट

दैनिक मंगलौर/हरिद्वार,मंगलौर

मंगलौर। शुक्रवार को एक पेपर मिल फैक्ट्री पहुंचे एसडीएम रुड़की ने फैक्ट्री का निरीक्षण किया और फैक्ट्री से हो रहे प्रदूषण,फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषित पानी के सैंपल कराकर लैब में जांच के लिए भेजे है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा फैक्ट्री के खिलाफ एसडीएम रुड़की को शिकायती पत्र दिया गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पेपर मिल फैक्ट्री से निकल रहे जहरीले धुएं वह प्रदूषित पानी से क्षेत्र में बीमारियां फैल रही है। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रदूषण विभाग को भी कई शिकायती पत्र दे चुकी है लेकिन प्रदूषण विभाग की ओर से कोई भी कार्रवाई फैक्ट्री के विरुद्ध नहीं की गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि प्रदूषण विभाग की मिलीभगत से फैक्ट्री प्रदूषण फैलाकर क्षेत्र के हवा पानी को जहरीला बना रही है तथा उनके खेत खलिहानों को नुकसान पहुंचा रही है। फैक्ट्री से निकलने वाले धुएं वह दूषित पानी से क्षेत्र कई गंभीर बीमारियां फैल रही है।

गौरतलब है की किसान नेता अरविंद राठी है कुलदीप तोमर द्वारा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की को एक शिकायती पत्र देकर बताया था कि नारसन कला झबरेड़ा गुरुकुल नारसन मार्ग पर एक पेपर मिल फैक्ट्री प्रदूषण विभाग की मिली भगत से प्रदूषण फैला रही है। पेपर मिल फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषित पानी, जहरीले धुएं से उनके खेत खलिहानों को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने बताया है कि कुछ माह पूर्व सुबे के मुख्यमंत्री से भी इसकी शिकायत की गई थी। शिकायत पर पहुंचे जॉइंट मजिस्ट्रेट आशीष मिश्रा ने फैक्ट्री का निरीक्षण किया तथा फैक्ट्री से निकल रहे पर दूषित पानी के सैंपल भी लिए गए। पेपर मिल फैक्ट्री में एस डी एम रुड़की के पहुंचने की सूचना पर पहुंचे प्रदूषण विभाग वह देहरादून से आई विभागीय अधिकारियों ने एस डी एम आशीष मिश्रा के आदेश पर दूषित पानी के सैंपल लेकर जांच हेतु लैब देहरादून में भेजे गए है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की के अचानक फैक्ट्री पहुंचने से पेपर मिल फैक्ट्री में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंचे स्थानीय पत्रकारों को मिल प्रशासन ने फैक्ट्री के अंदर एंट्री नहीं होने दी इससे पता चलता है कि फैक्ट्री के अंदरुनी विभाग में कुछ ना कुछ गड़बड़ झाला है जो की प्रदूषण विभाग की मिली भगत से चल रहा है। प्रदूषण विभाग की मिली भगत से पेपर मिल फैक्ट्री अपनी मनमानी करने पर तुली है। जिसका खामियाजा स्थानीय ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले पानी में धुएं से कई तरह की बीमारियां क्षेत्र में फैल रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री अपनी मनमानी कर प्रदूषण फैला रही है जिसकी शिकायत प्रदूषण विभाग से की गई लेकिन मामला ऐसा का ऐसा ही रहा। स्थानीय ग्रामीणों ने यह भी बताया है कि फैक्ट्री से निकल रहे जहरीले हुए प्रदूषित पानी से क्षेत्र में कैंसर जैसी बीमारियां फैल रही है तथा धुएं के कारण आंखों में जलन जैसी बीमारियां भी फैल रही है। पेपर मिल फैक्ट्री 2011 में अस्तित्व में आई थी तभी से ही स्थानीय ग्रामीण फैक्ट्री की कार गुजारियों के कारण परेशान है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की का कहना है कि उन्हें स्थानीय ग्रामीणों द्वारा एक शिकायती पत्र दिया गया था। जिसमे उन्होंने बताया था की पेपर मिल फैक्ट्री में जलाने हेतु प्लास्टिक पॉलिथीन का प्रयोग किया जा रहा है जिससे क्षेत्र व आसपास प्रदूषण फैल रहा है। उन्होंने बताया की शिकायत के चलते वह है फैक्ट्री का निरीक्षण करने पहुंचे थे। फैक्ट्री में मिली खामियों की बाबत प्रदूषण विभाग वह संबंधित अधिकारियों को आदेशित किया गया है,की जल्द से जल्द फैक्ट्री प्रशासन के विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएं।

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